MP Board 2025: मध्य प्रदेश के लाखों छात्रों का इंतजार अब जल्द खत्म हो सकता है, क्योंकि कक्षा 10वीं और 12वीं के रिजल्ट को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। एमपी बोर्ड की कॉपियों की जांच तेजी से चल रही है और खबरों के मुताबिक अब तक 50% से ज्यादा कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल के आखिरी हफ्ते या मई के पहले सप्ताह में स्कूल शिक्षा विभाग नतीजों का ऐलान कर सकता है। हालांकि, फिलहाल कोई अधिकारिक तारीख तय नहीं की गई है, इसलिए छात्रों को सलाह है कि वे आधिकारिक वेबसाइट्स पर नज़र बनाए रखें।
रिजल्ट कहां और कैसे देख सकते हैं? ये है आसान तरीका
रिजल्ट जारी होते ही छात्र अपना परिणाम ऑनलाइन देख सकेंगे। इसके लिए उन्हें mpbse.nic.in, mpbse.mponline.gov.in या mpresults.nic.in वेबसाइट पर जाना होगा। वहां दिए गए लिंक “MP Board 10th Result 2025” या “MP Board 12th Result 2025” पर क्लिक करना होगा। इसके बाद रोल नंबर और एप्लिकेशन नंबर डालकर ‘सबमिट’ बटन दबाएं। रिजल्ट स्क्रीन पर आ जाएगा, जिसे आप डाउनलोड या प्रिंट करके सुरक्षित रख सकते हैं। अगर आपके पास इंटरनेट नहीं है तो SMS के जरिए भी रिजल्ट चेक किया जा सकता है – 10वीं के लिए “MPBSE10 रोल नंबर” और 12वीं के लिए “MPBSE12 रोल नंबर” टाइप कर 56263 पर भेजें।
बोनस अंकों की भी होगी बरसात – किन छात्रों को मिलेगा फायदा
इस साल एमपी बोर्ड ने कुछ खास विषयों में बोनस अंक देने का फैसला किया है। 10वीं कक्षा में गणित विषय में एक नंबर और उर्दू सेट B के एक सवाल पर दो नंबर अतिरिक्त दिए जाएंगे। वहीं, 12वीं गणित में MCQ के गलत उत्तर के लिए एक अंक और संस्कृत सेट A में एक नंबर बोनस दिया जाएगा।
इस बार मूल्यांकन प्रक्रिया भी काफी पारदर्शी और कड़ी निगरानी में हो रही है। मॉडल आंसर शीट के आधार पर हर स्टेप को नंबर दिए जा रहे हैं। अगर किसी छात्र की कॉपी गलत जांची गई और बाद में उसके नंबर बढ़ते हैं, तो उस शिक्षक पर प्रति नंबर ₹100 का जुर्माना लगेगा। साथ ही, जिन छात्रों के अंक 90 प्रतिशत से ऊपर होंगे, उनकी कॉपी दोबारा चेक की जाएगी ताकि कोई गलती न रह जाए।
पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए – 10वीं और 12वीं दोनों के लिए नियम
एमपी बोर्ड में पास होने के लिए हर छात्र को प्रत्येक विषय में न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता है। अगर कोई छात्र एक या दो विषयों में इस सीमा से नीचे रह जाता है तो उसे कंपार्टमेंट एग्जाम देना होगा। 12वीं कक्षा में थ्योरी का पेपर अगर 80 नंबर का है तो पास होने के लिए कम से कम 26 अंक चाहिए। वहीं, 70 अंकों के थ्योरी पेपर के लिए 23 अंक, 20 अंकों के प्रोजेक्ट में 7 अंक और 30 अंकों के प्रैक्टिकल में 10 अंक लाना जरूरी होता है।
अब साल में दो बार होंगे एग्जाम – छात्रों को मिलेगा दूसरा मौका
एमपी बोर्ड ने एक बड़ा बदलाव करते हुए अब साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया है। पहली मुख्य परीक्षा फरवरी-मार्च में होगी और दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त के आसपास रखी जाएगी। जिन छात्रों को पहली परीक्षा में सफलता नहीं मिलती, वे दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। यहां तक कि जो छात्र किसी विषय में पहले ही पास हो चुके हैं, वे भी नंबर सुधारने के लिए दूसरी परीक्षा में बैठ सकते हैं।
अगर कोई छात्र दूसरी परीक्षा में बैठता है तो उसे अस्थायी रूप से अगली कक्षा में प्रवेश लेने की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन यह पूरी तरह उस छात्र की जिम्मेदारी होगी। दूसरी परीक्षा का परिणाम बोर्ड के चेयरमैन द्वारा घोषित किया जाएगा और उसमें किसी बैठक की जरूरत नहीं होगी। साथ ही, अंक सुधार के लिए पुनर्गणना का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा।
छात्रों की संख्या और परीक्षा की तारीखें – जानिए क्या रहा इस बार का शेड्यूल
इस साल 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होकर 25 मार्च 2025 तक चलीं, जबकि 10वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से 21 मार्च 2025 तक आयोजित की गई थीं। कुल मिलाकर इन दोनों परीक्षाओं में करीब 17 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था।